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लफ्ज
Saturday, February 27, 2010
अब मैं भी बच्चा हूं जी
यह तसवीरें उस नन्हे फरिश्ते की है जिसने कुछ दिनों पहले ही मेरी जिंदगी में कदम रखा है। इसको पाकर ऐसा लग रहा है कि मेरा बचपन लौट आया है। पूरा परिवार खुशियों से भर गया है। आप सबसे गुजारिश है कि इसे अपनी दुआएं दीजिए ताकि ये हमेशा खुश रहे और स्वस्थ रहे।
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अबरार अहमद
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जिंदगी के तमाम उतार चढाव से गुजरते हुए इसे समझने की कोशिश कर रहा हूं। वैसे पेशे से पत्रकार हूं।
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