देश की गुलाबी नगरी जयपुर मंगलवार को खून से लतपथ लाल नगरी में तब्दील हो गई। शाम करीब सवा सात बजे से लेकर साढे सात बजे तक दहशत के जो धमाके हुए उन्होंने इस शहर को हिला कर रख दिया। जानकारी के मुताबिक करीब 180 लोग इन धमाकों में घायल हुए हैं। यह धमाके पुरी तरह से सुनियोजित थे। धमाकों के लिए जयपुर के वह इलाके चुने गए थे जो पूरी तरह से खचाखच भरे रहते हैं। यह इलाके जहा एक ओर पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं वहीं मंगलवार होने के नाते इन इलाकों में हनुमान जी की पूजा करने के लिए अधिकांश लोग जमा हुए थे। धमाके उसी तरह किए गए जिस तरह से मुम्बई, हैदराबाद, फैजाबाद आदि शहरों में किए गए यानि इन धमाकों में भी साइकिल का इस्तेमाल किया गया। इन साइकिलों पर विस्फोटक रखे गए थे।
कहीं पर्यटन को निशाना बनाना मकसद तो नही
जम्मू कश्मीर में दहशतगर्दों ने पर्यटन को नुकसान पहुंचा कर वहां के लोंगों को आर्थिक तौर पर कमजोर कर दिया है। इसका असर वहां के लोंगे के रहन सहन और शिक्षा पर पडा है। जाहिर सी बात है जहां जहालत होगी वहां खुराफात तो पनपेगा ही। इसका सीधा असर यह हुआ है कि वहां के नौजवान आतंकवाद की तरफ मुड रहे हैं। दूसरे वहां के हालात खराब दिनों दिन खराब हो रहे हैं और आतंकवाद को बल मिल रहा है। राजस्थान भी पर्यटन की नजर से महत्वपूर्ण राज्य है। ऐसा लगता है कि आतंकवादी अब राजस्थान के पर्यटन को निशाना बनाना चाहते हैं। क्योंकि अगर वहां से भी पर्यटन उठ गया तो राजस्थान के हालात भी करीब करीब जम्मू कश्मीर की तरह हो सकते हैं। एक कारण यह भी है कि राजस्थान की सीमाएं भी पाकिस्तान से सटती हैं।
जागरूक होने की जरूरत
देश में हालात ऐसे है कि हर चौथे पांचवे महिने में कहीं ना कहीं सिलसिलेवार बम बलास्ट हो रहे हैं ऐसे में हम सब के जागरूक होने की जरूरत बढ गई है। अगर जनता जागरूक हो जाए तो ऐसी वारदातों को बहुत हद तक रोका जा सकता है। कहीं भी संदिग्ध बैग या लावारिस सामान के दिखते ही तुरंत पुलिस को सुचित करें। संदिग्ध लोगों पर नजर रखें। एकजुटता दिखाएं और बुराई के खिलाफ जंग को हमेशा तैयार रहें।
Tuesday, May 13, 2008
15 मिनट, 9 ब्लास्ट और 70 जानें फनां
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2 comments:
अति दुखद और शर्मनाक घटना.
इतने मासूम लोगों की जानें लेने वाले इंसान नही दरिंदे थे,शर्म आती है ये सोच कर कि ये सब इंसान के रूप में थे,बेहद शर्मनाक ...
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